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जुबिन नौटियाल के सिंगर बनने की कहानी: बोले- मुझे पिता गोद में बैठाकर गाते थे- इक प्यार का नगमा.., हर गाने के लिए मजदूर की तरह मेहनत करता हूं

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रायपुर4 घंटे पहलेलेखक: सुमन पांडेय

रायपुर आए जुबिन नौटियाल ने बताई खुद से जुड़ी दिलचस्प बातें।

माय एफएम की 14वीं एनिवर्सरी पर रायपुर में म्यूजिकल सेलिब्रेशन हुआ। मशहूर सिंगर जुबिन नौटियाल ने लाइव परफॉर्मेंस दी। विधानसभा रोड स्थित श्रीराम बिजनेस पार्क में रखे गए कार्यक्रम में जुबिन की आवाज सुनने शाम 7 बजे से हजारों फैंस पहुंचने लगे थे। कुछ ही देर बाद जैसे ही स्टेज पर सिंगर जुबिन की एंट्री हुई लोगों ने पूरी दीवानगी में शोर मचाया। हैलो रायपुर… कहकर जुबिन ने लोगों का जोश बढ़ाया। उन्होने इस कार्यक्रम में अपने कई सुपरहिट सॉन्गस, रातां लम्बियां… दिल का दरिया… कुछ तो बता जिंदगी..परफॉर्म कर रायपुरियंस को एंटरटेन किया।

रायपुर में परफॉर्मेंस के दौरान जुबिन।

इस पहले उन्होंने अपनी म्यूजिकल जर्नी और लाइफ के कुछ दिलचस्प पहलुओं पर दैनिक भास्कर से बात-चीत की। अपनी शुरूआत के बारे में जुबिन ने बताया कि- आर्टिस्ट एक पेड़ की तरह होता है। उसके उगने की कई कोशिशें होती हैं। माता- पिता तो आर्शीवाद रहा ही है तभी मैं कुछ कर पाया। मेरे पिता जी राम शरण नौटियाल को संगीत पसंद है। उन्हें शौक था गाने का, वो मुझे गोद में बैठाकर सिखाया करते थे। वो इक प्यार का नगमा है सॉन्ग गाते थे। तो वहीं से मुझ में सिंगिंग को लेकर इंट्रेस्ट जागा।

रायपुर में परफॉर्मेंस के वक्त जुबिन फैंस से हाथ मिलाते रहे।

रायपुर में परफॉर्मेंस के वक्त जुबिन फैंस से हाथ मिलाते रहे।

मां को पता था ये कर लेगा
जुबिन ने कहा कि मेरी मां नीना नौटियाल को लगता था कि मैं कुछ कर पाउंगा। मां मुझपर लॉयल रहीं, उनमें एक फेथ, प्रेम था मेरे प्रति। मैं देहरादून के एक छोटे इलाके से हूं शहरों में परिजनों को डर होता है कि कैसे होगा, मुंबई में सिंगर बनना, म्यूजिक इंडस्ट्री लाइन में जाना कोई लिंक नहीं, हर चीज में सक्ससेज जरूरी नहीं होती। मगर मां को विश्वास था कि ये कर लेगा। वो कहती हैं कि मेरी आंखों में उन्हें वो भरोसा दिखता था कि मैं कर लूंगा।

15 मिनट की रिकॉर्डिंग और बॉलीवुड में एंट्री
जुबिन ने बताया कि मैं लगातार स्क्रैच (सैम्पल जिसे बाद में कोई दूसरा सिंगर गाता है) वर्जन गा रहा था, काम को लेकर संघर्ष जारी था। म्यूजिक कंपोजर अरकू जी ने मुझे एक दिन सुबह-सुबह बुलाया। मैं बस सो उठकर आंखें पोंछता पहुंच गया जल्दी से एक गाना रिकॉर्ड करना था। उन्होंने गाने के बारे में बताया। 15 से 20 मिनट में अपने रिकॉर्डिंग कर एक गाना डब हो गया। इसके बाद मुझे मैसेज आया कि गाना अक्षय कुमार साहब को पसंद आया है। इसे मेरी ही आवाज में लिया जाएगा। फिल्म शौकीन्स में मेहरबानी नाम का ये गाना बॉलीवुड में मेरी एंट्री का जरिया बना

कई पुराने गानों को जुबिन नए अंदाज में गाते हैं।

कई पुराने गानों को जुबिन नए अंदाज में गाते हैं।

पागल साइंटिस्ट की तरह करता हूं मेहनत
जुबिन ने बताया कि स्टेज और वीडियोज पर लोग मुझे वेल ड्रेस्ड देखते हैं। मैं घर पर या स्टूडियो में किसी पागल साइंटिस्ट या मजदूर की तरह लगा रहता हूं। एक 4 मिनट के गाने के लिए कई रातें सो नहीं पाता। हर शब्द, म्यूजिक के हर पार्ट पर हम काफी मेहनत करते हैं। तब जाकर एक गाना बनता है।

लाइव कॉन्सर्ट में यंग फैंस बड़ी तादाद में पहुंचते हैं।

लाइव कॉन्सर्ट में यंग फैंस बड़ी तादाद में पहुंचते हैं।

बंगाल के बाद रायपुर में मजा आया
जुबिन ने कहा कि मैंने 6 साल पहले भी रायपुर में शो किया था। मुझे बंगाल के बाद कहीं सबसे ज्यादा मजा आया शो करने में तो रायपुर ही वो शहर है। यहां लोग बड़े प्यार से सुनने आते हैं। रायपुर के अंदर अब बड़े शहर वाली बात आ रही है। अच्छा लगता है जब शहरों में इस तरह का विकास होता है। मौके मिलते हैं लोगों को सामज को।

जुबिन को पैट्स का शौक है, उनके डॉगी।

जुबिन को पैट्स का शौक है, उनके डॉगी।

रियल्टी शो में हुए थे रिजेक्ट
जुबिन नौटियाल 17 के थे तब वो सिंगर बनने के लिए मुंबई आ गए थे। उस वक्त उन्होंने ‘इंडियन आइडल’ का ऑडिशन दिया मगर वो रिजेक्ट हो गए। इसके बाद उन्होंने अपनी आवाज को तराशने में काफी मेहनत की। मेहरबानी से पहले उनका एक गाना फिल्म सोनाली केबल का गाना एक मुलाकात से उन्हें पहचान मिलने लगी। ‘बजरंगी भाईजान’ का ‘कुछ तो बता जिंदगी’, ‘ओके जानू’ का ‘हम्मा हम्मा’ और ‘बादशाहो’ फिल्म का ‘कह दूं तुम्हें’ जैसे कई सुपरहिट गाने गाए और आज उनकी गिनती फिल्म इंडस्ट्री के बेहतरीन और कामयाब सिंगर्स में की जाती है।

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